पुराने वीडियो को तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद भारतीय ध्वज पर कलमा लिखे जाने के दावे से शेयर किया गया

लेखक: मोहम्मद सलमान
दिसंबर 7 2023

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पुराने वीडियो को तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद भारतीय ध्वज पर कलमा लिखे जाने के दावे से शेयर किया गया

वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि तेलंगाना में कांग्रेस की जीत होते ही भारत के झंडे पर कलमा लिख दिया गया. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

यह वीडियो जून 2022 का है, जब तेलंगाना के महबूबनगर में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज पर अशोक चक्र की जगह कलमा लिखा हुआ झंडा लहराया था.

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दावा क्या है?

पिछले सप्ताह आए पांच राज्यों के चुनाव नतीजों में कांग्रेस पहली बार तेलंगाना में सरकार बनाने जा रही है. आज कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि तेलंगाना में कांग्रेस की जीत होते ही भारत के झंडे पर कलमा लिख दिया गया.

48 सेकेंड के इस वीडियो में एक तरफ़ प्रदर्शनकारियों की भीड़ दिखाई दे रही है जिसमें किसी के हाथ में भारतीय झंडा है, जिस पर अशोक चक्र की जगह कलमा लिखा हुआ नज़र आ रहा है. वहीं, दूसरी ओर ज़ी न्यूज़ के तत्कालीन एंकर (अब आज तक) सुधीर चौधरी को इस घटना पर टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है, "...आज तेलंगाना में ऐसे ही एक जुलूस के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत के तिरंगे के साथ छेड़छाड़ की और इन लोगों ने तिरंगे के बीच में अशोक चक्र को हटाकर वहां पर इस्लामिक कलमा लिख दिया.."

कलमा - वह वाक्य जो इस्लाम धर्म का मूल मंत्र है. 

इस वीडियो को कई राईट विंग यूज़र्स द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "तेलंगाना में कांग्रेस के जीतते ही भारत के झंडे पर कलमा लिख दिया गया....क्या अब भी कांग्रेस को लाना चाहोगे..." ऐसे ही एक पोस्ट को अब तक 34 हज़ार से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं.  इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

वायरल पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, यह वीडियो जून 2022 का है, जब बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बीच तेलंगाना में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज पर अशोक चक्र की जगह कलमा लिखा हुआ झंडा फहराया था. 

हमने सच का पता कैसे लगाया? 

पहली बात तो ये है कि सुधीर चौधरी अब ज़ी न्यूज़ नहीं बल्कि न्यूज़ चैनल 'आज तक' के साथ हैं. वह 11 जुलाई 2022 को आजतक से जुड़े थे. 

दूसरा, जब हमने संबंधित कीवर्ड के ज़रिये वीडियो के लंबे वर्ज़न की खोज की, तो हमें यह 10 जून, 2022 को ज़ी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए तत्कालीन ज़ी न्यूज़ एंकर सुधीर चौधरी के शो 'डीएनए' के वीडियो में मिला. जिससे पुष्टि होती है कि वायरल वीडियो हाल ही में संपन्न हुए तेलंगाना चुनाव से संबंधित नहीं है, बल्कि एक साल से ज़्यादा पुराना है.

हमने पाया कि इस शो में सुधीर चौधरी ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैग़म्बर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन का 'विश्लेषण' किया था. इसमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा 33:14 की समयावधि पर शुरू होता है. यहां जब सुधीर चौधरी ने हिंसा में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की भूमिका का ज़िक्र किया तो उनका इशारा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुए विरोध प्रदर्शन की ओर था.

इसके बाद सुधीर जब कहते हैं, "आज तेलंगाना में ऐसे ही जुलूस..", तो वह 10 जून 2022 को तेलंगाना के महबूबनगर की उस घटना का ज़िक्र करते हैं जिसमें विरोध-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज पर अशोक चक्र के स्थान पर कलमा लिख दिया गया था. 

हमने पाया कि भारतीय झंडे पर अशोक चक्र की जगह कलमा लिखे हुए वीडियो को इंडिया टुडे, टाइम्स नाउ, इकोनॉमिक्स टाइम्स समेत कई मीडिया आउटलेट्स ने 10 जून, 2022 की अपनी रिपोर्ट में दिखाया था. 

टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि तेलंगाना के महबूबनगर में जुमा की नमाज़ के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे. इस बीच अशोक चक्र की जगह 'कलमा' लिखा हुआ तिरंगा लहराते हुए एक प्रदर्शनकारी को देखा गया. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने जांच करने के बाद तिरंगे का अपमान करने वालों पर कार्यवाई करने की बात कही है.

अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने महबूबनगर के 1-टाउन पुलिस स्टेशन से भी संपर्क किया है. उनकी टिप्पणी मिलते ही स्टोरी अपडेट कर दी जाएगी. 

भारतीय ध्वज से जुड़े कायदे-क़ानून क्या हैं?

भारतीय ध्वज, राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है. राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971  राष्ट्रीय ध्वज सहित देश के सभी राष्ट्रीय प्रतीकों के अपमान को प्रतिबंधित करता है. यदि कोई किसी सार्वजनिक स्थान पर या सार्वजनिक दृश्य के भीतर तिरंगा जलाता है, अंग-भंग करता है, बदलाव करता है, अपवित्र करता है, नष्ट करता है, रौंदता है या अवमानना करता है ( चाहे शब्दों द्वारा, मौखिक रूप से या लिखित रूप से, या कृत्यों द्वारा) तीन साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है. 

निर्णय

वीडियो के साथ यह दावा कि तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद भारतीय झंडे पर कलमा लिख दिया गया, ग़लत है. यह वीडियो हाल के दिनों का नहीं, बल्कि जून 2022 का है, जब तेलंगाना के महबूबनगर में एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज पर अशोक चक्र की जगह कलमा लिखा झंडा लहराया था. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

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ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.