बीजेपी पर निशाना साधते हुए जयंत चौधरी का पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल

लेखक: मोहम्मद सलमान
मार्च 20 2024

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बीजेपी पर निशाना साधते हुए जयंत चौधरी का पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल

इस वीडियो के ज़रिये सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि यूपी में सीट बंटवारे के बाद आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने किसानों के मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना की. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय भ्रामक

राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी का यह वीडियो जनवरी 2022 का है, जब वह समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ रहे थे.

क्लेम आईडी 95ff23e2

राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) औपचारिक रूप से 2 मार्च, 2024 को बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गया, इसके कुछ हफ़्ते पहले ही आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए के साथ जाने की घोषणा की थी. 

दावा क्या है? 

इस बीच, राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह किसानों पर अत्याचार के मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना करते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो के ज़रिये सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि जयंत चौधरी ने यह बयान हाल के दिनों में दिया है और उनका ज़मीर फिर जाग गया है. साथ ही यूज़र्स उनके पार्टी बदलने की आशंका जता रहे हैं. 

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, "आखिरकार जयंत चौधरी का जमीर जागा, फिर पार्टी बदलेंगे क्या???" इस पोस्ट को अब तक 1,74,000 से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां और अन्य पोस्ट यहां देखें. 

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, जयंत चौधरी का यह वीडियो बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल होने के बाद का नहीं है, बल्कि 2022 का है, जब वह समाजवादी पार्टी के साथ थे.

सच्चाई क्या है?

हमने संबंधित कीवर्ड्स के साथ खोजबीन की, तो हमें 27 जनवरी, 2022 को इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में जयंत चौधरी का वही भाषण मिला, जिसमें वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले को लेकर बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते नज़र आ रहे हैं. 

बता दें कि 3 अक्टूबर 2021 को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों को एक गाड़ी ने कुचल दिया था, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. इस मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी थे.

जयंत आगे अपने भाषण में 26 जनवरी 2022 को बीजेपी नेता और गृह मंत्री अमित शाह की पश्चिमी यूपी के जाट नेताओं से मुलाकात पर टिप्पणी करते हुए कहते हैं, ''कल रात से ख़बर चलाई जा रही है कि बहुत बड़ी बैठक हुई दिल्ली में. ये लोग कहां थे जब लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया और कुचला गया ...किसानों को रौंदकर वो गाड़ियां चली गईं. आज भी वो लोग मंत्री बने बैठे हैं और सुशोभित किया जाता है और मंचो पर उनका सम्मान रखा जाता है. ये लोग कहां थे, जो आपसे उम्मीद कर रहे हैं, मुझसे उम्मीद कर रहे हैं. मैं कोई चवन्नी नहीं हूं जो पलट जाऊंगा. आपके मान-सम्मान की बात है…'' 

गौरतलब है कि अमित शाह ने नई दिल्ली में जाट नेताओं के साथ बैठक में कहा था कि जयंत ने 'ग़लत घर' चुना है और बीजेपी के दरवाजे उनके लिए खुले हैं.

जयंत का बयान एबीपी न्यूज, न्यूज़24 और न्यूज़18 यूपी उत्तराखंड समेत कई मीडिया आउटलेट्स की 27 जनवरी 2024 की वीडियो रिपोर्ट में मौजूद है.

आरएलडी-सपा और आरएलडी-बीजेपी गठबंधन 

जानकारी के लिए बता दें कि जयंत चौधरी ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 अखिलेश यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी के साथ लड़ा था. यहां तक कि लोकसभा चुनाव के लिए भी दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो गया था, जिसमें आरएलडी के खाते में यूपी की 80 सीटों में से 7 सीटें आईं थीं. लेकिन कुछ ही दिनों में मीडिया में ख़बर आई कि जयंत और अखिलेश के बीच एक सीट को लेकर पेंच फंस रहा है. यह गठबंधन तब संदेह के घेरे में आ गया जब जयंत ने अपने दादा और पूर्व प्रधानमंत्री व यूपी के मुख्यमंत्री रहे चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने पर प्रतिक्रिया दी थी. आख़िरकार फ़रवरी आते-आते यह साफ़ हो गया कि जयंत चौधरी की सपा के साथ गठबंधन तोड़कर एनडीए में शामिल होंगे. 2 मार्च, 2024 को इसका औपचारिक ऐलान भी हो गया. 

निर्णय

हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि वायरल हो रहा जयंत चौधरी का वीडियो हाल का नहीं बल्कि 2022 का है और उस समय वह बीजेपी के साथ नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में थे. इसलिए, हम वायरल दावे को भ्रामक मानते हैं. 

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ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.