नासिक में डॉक्टर पर हुए हमले को सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया गया

लेखक: मोहम्मद सलमान
फ़रवरी 28 2024

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नासिक में डॉक्टर पर हुए हमले को सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया गया

सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि नासिक के सुयोग हॉस्पिटल में डॉ. कैलाश राठी पर जानलेवा हमला करने वाला हमलावर मुस्लिम है. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

हमने इस मामले में दर्ज एफ़आईआर देखी और पाया कि आरोपी का नाम राजेंद्र चंद्रकांत मोरे है, जो हिंदू है.

क्लेम आईडी cc65b9a2

ट्रिगर वार्निंग: इस रिपोर्ट में हिंसक दृश्यों का वर्णन हैं. पाठकों को विवेक की सलाह दी जाती है.

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर सीसीटीवी फुटेज का एक वीडियो क्लिप शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक शख़्स पर धारदार हथियार से बार-बार हमला करते दिखाया गया है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मामला महाराष्ट्र के नासिक के एक अस्पताल का है, जहां कैलाश राठी नाम के डॉक्टर पर एक मुस्लिम शख़्स ने जानलेवा हमला कर दिया. 

इस वीडियो को साम्प्रदायिक रंग देकर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ख़ूब शेयर किया जा रहा है. (नोट: वीडियो की हिंसक प्रकृति के कारण हम वायरल पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न स्टोरी में शामिल नहीं कर रहे हैं.)

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. नासिक के सुयोग अस्पताल में डॉक्टर पर हमला करने वाले आरोपी का नाम राजेंद्र चंद्रकांत मोरे है. पीड़ित और हमलावर दोनों हिन्दू हैं.

हमने का सच का पता कैसे लगाया?

हमने संबंधित कीवर्ड्स के ज़रिये खोजबीन की, तो कई मीडिया रिपोर्ट्स हमारे सामने आईं, जिनमें बताया गया है कि यह घटना 23 फ़रवरी, 2024, को नासिक के पंचवटी में स्थित सुयोग नाम के एक प्राइवेट अस्पताल में हुई थी. आरोपी शख़्स ने एक धारदार हथियार से डॉक्टर पर दर्जनों बार हमला किया, उस समय डॉक्टर फ़ोन पर बात कर रहे थे. यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. इस घटना को इंडियन एक्सप्रेस, इंडिया टुडे, एबीपी माझा समेत कई मीडिया ने कवर किया है और रिपोर्ट्स में डॉक्टर पर हमला करने वाले आरोपी की पहचान राजेंद्र मोरे के रूप में की गई है. 

हम इस मामले में दर्ज एफ़आईआर प्राप्त करने में सफल रहे. इसमें राजेंद्र चंद्रकांत मोरे और रोहिणी दाते मोरे का नाम आरोपियों के रूप में दर्ज है. 

एफ़आईआर रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: महाराष्ट्र पुलिस)

डॉक्टर राठी की पत्नी की शिकायत के आधार पर एफ़आईआर दर्ज की गई थी. एफ़आईआर के मुताबिक़, अस्पताल में 6 लाख रुपये की हेराफेरी के बाद राजेंद्र की पत्नी को निकाल दिया गया था. लेकिन, उसके अनुरोध के बाद डॉ. राठी ने उसे दोबारा काम पर रख लिया था. हालांकि, उसने फिर से 12 लाख रुपये ले लिए और कभी वापस नहीं किए. 

एफ़आईआर में आगे लिखा है कि 23 फ़रवरी को शुक्रवार रात जब डॉ. कैलाश राठी अस्पताल में थे तो आरोपी उनसे मिलने आया. उस समय दोनों के बीच बातचीत हुई थी. बातचीत के दौरान जब दोनों दूसरे केबिन में गए तो आरोपी ने डॉक्टर पर हमला कर दिया.

मराठी न्यूज़पेपर सकाल की रिपोर्ट में बताया गया है कि 37 वर्षीय राजेंद्र मोरे को 27 फ़रवरी को गिरफ़्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया. उसे दो मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि एक पत्र फैलाया गया था जिसमें कथित तौर पर मोरे की पत्नी को बदनाम किया गया था, उसे डॉ. राठी पर शक था, जिसके बाद उसने हमला किया. इस हमले में डॉ. राठी की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है. 

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने पंचवटी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने वायरल दावे को ख़ारिज कर दिया और कहा कि आरोपी हिंदू है और इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.

निर्णय 

महाराष्ट्र के नासिक में एक डॉक्टर पर हुए क्रूर हमले का वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया गया कि इसे एक मुस्लिम शख़्स ने अंजाम दिया, हालांकि यह दावा ग़लत है. दरअसल, डॉक्टर पर ये हमला पैसों के लेनदेन को लेकर हुआ था, आरोपी का नाम राजेंद्र चंद्रकांत मोरे है. दोनों एक ही समुदाय से हैं. इसलिए हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

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ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.