ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड में 'मास इमीग्रेशन' दिखाने के दावे से पाकिस्तान का वीडियो शेयर किया गया

लेखक: उम्मे कुलसुम
मार्च 12 2024

शेयर आर्टिकल: facebook logo twitter logo linkedin logo
ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड में 'मास इमीग्रेशन' दिखाने के दावे से पाकिस्तान का वीडियो शेयर किया गया

सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि भीड़भाड़ वाले बाज़ार में बुर्के में महिलाओं को दिखाने वाला वीडियो ब्रिटेन के शहर ब्रैडफोर्ड का है.(सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

यह वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रेशम बाज़ार का है. इसका ब्रिटेन या उसके शहर ब्रैडफोर्ड से कोई संबंध नहीं है.

क्लेम आईडी e110af23

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर भीड़भाड़ भरे बाज़ार को दिखाने वाला एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कई महिलाएं बुर्का पहने और पुरुष कुर्ता पहने नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह ब्रिटिश शहर ब्रैडफोर्ड का है. इस वीडियो के ज़रिये ब्रिटिश सरकार की आलोचना की जा रही है और इसे इमीग्रेशन के मुद्दे से जोड़ा जा रहा है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “बड़े पैमाने पर आप्रवासन के कारण ब्रिटिश शहर ब्रैडफोर्ड पूरी तरह से पहचानने योग्य नहीं है. कई अन्य यूरोपीय शहरों में भी यही तस्वीर है. बड़े पैमाने पर आप्रवासन निश्चित रूप से यूरोपीय लोगों और सभ्यता के ख़िलाफ़ सबसे बड़े अपराधों में से एक है. इस स्टोरी को लिखे जाने तक पोस्ट को 3,00,000 से अधिक बार देखा जा चुका है. ऐसी पोस्टों के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट. (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

हालांकि, यह वीडियो ब्रिटेन का नहीं,, बल्कि पाकिस्तान के सिंध में मौजूद रेशम बाज़ार का है. 

सच्चाई क्या है?

लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने पाया कि वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन में कई यूज़र्स ने बताया कि वीडियो पाकिस्तान का है. इससे हिंट लेकर, हमने खोजबीन की तो हमें 10 फ़रवरी, 2022 को “GIRL IN PARADISE” नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ वायरल वीडियो का लंबा वर्ज़न मिला. वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक़, इसे पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रेशम बाज़ार में शूट किया गया था.

यूट्यूब वीडियो के 0:08 सेकंड पर, हम वायरल वीडियो के हूबहू दृश्य को देख सकते हैं. हम एक महिला को नारंगी रंग का दुपट्टा पहने हुए, उर्दू साइनेज और 'सखी ज्वैलर्स' नाम की एक दुकान देख सकते हैं, जिसे वायरल क्लिप में भी देखा जा सकता है. 0:16 की समयावधि पर, हम उसी बन/स्नैक्स विक्रेता को भी देख सकते हैं जैसा कि वायरल वीडियो में 0:08 पर देखा गया है.

वायरल वीडियो और यूट्यूब वीडियो के बीच तुलना का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/यूट्यूब)

यूट्यूब वीडियो में आगे, 1:54 मिनट की समयावधि पर, हमें 'अल-मतीन' नाम की एक दुकान दिखी, जो कि जियोलोकेट करने पर, गूगल मैप्स पर रेशम बाज़ार, सिंध, पाकिस्तान की एक सड़क पर इसी नाम की एक दुकान से मेल खाती है. . इसके अलावा, "रूबी कलेक्शंस" नामक एक दुकान का चिन्ह, जिसे 11:20 मिनट की समयावधि पर देखा जा सकता है, इसके नीचे एक पता है जो स्पष्ट रूप से बताता है कि यह रेशम बाज़ार, पाकिस्तान में स्थित है.

यूट्यूब वीडियो और गूगल मैप्स के दृश्यों के बीच तुलना दिखाने वाला स्क्रीनशॉट (सोर्स: यूट्यूब,गूगल मैप्स/स्क्रीनशॉट)

हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि लंबे वीडियो की एक छोटी क्लिप का इस्तेमाल ग़लत सूचना फैलाने के लिए किया गया है. असल में, वीडियो पाकिस्तान का है और इसका ब्रिटेन से कोई संबंध नहीं है.

निर्णय

वायरल हो रहा वीडियो पुराना है और इसे ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड में नहीं, बल्कि पाकिस्तान के सिंध में रेशम बाज़ार की एक सड़क पर शूट किया गया था. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

(ट्रांसलेशन: सलमान)

इस फैक्ट चेक को पढ़ें

English , हिंदी

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

0
ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.