होम नहीं, कांग्रेस पार्टी की बैठक के बैनर पर 'चोर' ग्रुप नहीं लिखा, वायरल तस्वीर एडिटेड है

नहीं, कांग्रेस पार्टी की बैठक के बैनर पर 'चोर' ग्रुप नहीं लिखा, वायरल तस्वीर एडिटेड है

अगस्त 17 2023

शेयर आर्टिकल: facebook logo twitter logo linkedin logo
नहीं, कांग्रेस पार्टी की बैठक के बैनर पर 'चोर' ग्रुप नहीं लिखा, वायरल तस्वीर एडिटेड है

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

बैनर में केवल पार्टी के नाम का ज़िक्र है, और इसमें 'चोर मीटिंग ग्रुप' डिजिटली अलग से जोड़ा गया है.

संदर्भ

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की कोर कमेटी की बैठक दिखाने वाली एक तस्वीर सोशल मीडिया पर घूम रही है. तस्वीर में बैनर पार्टी के नाम के नीचे "चोर ग्रुप मीटिंग" लिखा हुआ दिखाई दे रहा है. इस तस्वीर में वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बैठे हुए नज़र आ रहे हैं. एक ट्विटर यूज़र ने तस्वीर को कैप्शन के साथ शेयर किया, "चोर समूह की बैठक." तस्वीर में "कोर ग्रुप मीटिंग लिखने के बजाय, इन लोगों ने चोर ग्रुप मीटिंग लिखा है. 

सोशल मीडिया यूज़र्स इस तस्वीर को 'ग़लत वर्तनी' वाले बैनर के साथ शेयर कर रहे हैं. हालांकि, लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने पाया कि तस्वीर में बैनर पर "चोर ग्रुप मीटिंग" डिजिटली अलग से जोड़ा गया है.

फ़ैक्ट चेक 

हमने इस तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया और पाया कि यह तस्वीर साल 2021 से इसी दावे के साथ वायरल हो रही है. इस तस्वीर के कई वर्ज़न विभिन्न भारतीय भाषाओं में सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं. जबकि तस्वीर के साथ कुछ पोस्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि यह केवल मनोरंजन और मौज-मस्ती के लिए है, वहीं अन्य में यह दावा किया गया है कि वास्तविक वर्तनी ग़लती के कारण यह कांग्रेस के बैनर पर आ गया है.

हमें 2019 की कई न्यूज़ रिपोर्टें मिलीं जिनमें कांग्रेस के पांच वरिष्ठ नेताओं की एक ही वायरल तस्वीर थी. Wion न्यूज़ रिपोर्ट में "CWC मीटिंग में क्या हुआ: अंदर की कहानी" शीर्षक से 25 मई, 2019 को तस्वीर प्रकाशित की गई है. रिपोर्ट में शेयर की गई तस्वीर में पार्टी बैठक के बैनर में "चोर ग्रुप मीटिंग" या "कोर ग्रुप" टेक्स्ट नहीं था. असल तस्वीर में "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस" शब्दों के नीचे कुछ भी लिखा नहीं दिखाई देता.

हमें इसी तस्वीर के साथ प्रकाशित अन्य न्यूज़ रिपोर्टों में भी बैनर पर "चोर ग्रुप मीटिंग" लिखा नहीं पाया.

हमें 25 मई, 2019 को आयोजित सीडब्ल्यूसी (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) की बैठक के वीडियो भी मिले. कांग्रेस द्वारा अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए उसी दिन की बैठक के वीडियो में भी "चोर" शब्द लिखा हुआ नहीं दिखाई देता.

हमने जब 2019 से सोशल मीडिया, न्यूज़ रिपोर्टों और वीडियो पर शेयर की गई तस्वीर का विश्लेषण किया तो पाया कि वे सभी एक ही जगह के हैं, लेकिन "चोर ग्रुप मीटिंग" केवल सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर पर दिखाई देता है. यह स्पष्ट है कि उन शब्दों को मूल तस्वीर में डिजिटल रूप से जोड़ा गया है.

बता दें कि तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफ़े पर चर्चा के लिए 25 मई, 2019 को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई थी. बाद में समिति ने सर्वसम्मति से उनका इस्तीफ़ा ख़ारिज कर दिया था. 

फ़ैसला

कांग्रेस पार्टी के बैनर पर लिखे "चोर ग्रुप मीटिंग" के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीर को डिजिटल रूप से हेरफेर किया गया है. असल तस्वीर 2019 में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक की है, और बैनर में ऐसा कुछ भी नहीं लिखा था. इसलिए, हम दावे को फ़र्ज़ी मानते हैं.

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

0 ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.