मलेशिया में रेलवे ट्रैक बिछाने का वीडियो भारत का बताकर फैलाया गया

लेखक: अज़रा अली
फ़रवरी 1 2024

शेयर आर्टिकल: facebook logo twitter logo linkedin logo
मलेशिया में रेलवे ट्रैक बिछाने का वीडियो भारत का बताकर फैलाया गया

दावा है कि इस वीडियो में भारत में रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए इस्तेमाल की जा रही नवीनतम तकनीक को दिखाया गया है. (सोर्स: एक्स, फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

हमने पाया कि वायरल वीडियो में भारत का कोई रेलवे प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि मलेशिया में चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन का काम दिख रहा है.

क्लेम आईडी 931bd546

दावा क्या है?

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें रेलवे ट्रैक बिछाने वाली मशीन को दिखाया गया है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मशीन भारत में नए रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए इस्तेमाल की जा रही नवीनतम तकनीक है.

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया: "ये है आज के भारत की टेक्नोलॉजी. जिसे विगत वर्षों में सरकार लांच नहीं कर सकीं क्योंकि भारत की जनता के टैक्स का पैसा स्विस बैंक में जामा किया जा रहा था.” इस पोस्ट को 150,000 से अधिक बार देखा जा चुका है. इस पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. ऐसे ही अन्य पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)

 हालांकि, इस वीडियो में मलेशिया में रेलवे ट्रैक निर्माण को दिखाया गया है. इसका भारत से कोई संबंध नहीं है.

हमने सच का पता कैसे लगाया?

जब हमने वीडियो को ध्यान से देखा तो पाया कि पीले रंग की मशीन पर 'चाइना कंस्ट्रक्शन कंपनी' लिखा हुआ दिख रहा है. वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये खोजने पर हमें एक्स अकाउंट ट्रिपिनचाइना (TripinChina) की 9 जनवरी, 2024 का एक पोस्ट मिला, जिसमें वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया था: "मलेशिया के ईस्ट कोस्ट रेलवे ने ट्रैक बिछाना शुरू कर दिया."

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)

आगे जांच में हमें पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के आधिकारिक न्यूज़ आउटलेट शिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट का शीर्षक है- "मलेशिया की मेगा रेल प्रोजेक्ट के लिए पहला ट्रैक बिछाया गया"

12 दिसंबर, 2023 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो में दिखाई गई उसी मशीनरी की तस्वीरें मौजूद हैं. वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट और न्यूज़ रिपोर्ट की तस्वीर के बीच तुलना करने पर मशीन के ऊपर मलेशिया रेल लिंक (एमआरएल) निशान वाला ठीक वैसा ही लाल बोर्ड दिखाई देता है.

वायरल वीडियो और शिन्हुआ न्यूज़ रिपोर्ट में मौजूद तस्वीर के बीच तुलना (सोर्स: एक्स, शिन्हुआ न्यूज़/स्क्रीनशॉट)

रिपोर्ट में बताया गया है कि यह मशीन मलेशिया के ईस्ट कोस्ट रेल लिंक (ईसीआरएल) नाम की मेगा रेल परियोजना का हिस्सा है. इस प्रोजेक्ट का निर्माण चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन कंपनी (सीसीसीसी) द्वारा किया जा रहा है. पहला ट्रैक 11 दिसंबर, 2023 को मलेशियाई राजा सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह की मौजूदगी में रखा गया था.

इसके अलावा, एक ऑनलाइन चाइनीज़ न्यूज़ सेवा, China.org.cn के 12 दिसंबर, 2023 के एक्स पोस्ट में उसी मशीन की तस्वीरें मौजूद हैं. पोस्ट में लिखा है, "ईस्ट कोस्ट रेल लिंक (ईसीआरएल), मलेशिया में चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन कंपनी (सीसीसीसी) द्वारा बनाई जा रही एक मेगा #रेल परियोजना ने सोमवार को अपनी पहली पटरियां बिछाई."

हमारी अब तक की जांच से पता चलता है कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है. यह मलेशिया में एक रेलवे लाइन बिछाने के काम को दिखाता है, जो चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण रेल परियोजना का हिस्सा है.

निर्णय

मलेशिया में रेलवे ट्रैक बिछाने वाली मशीन का वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह भारत में नई तकनीक दिखाता है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं. 

इस फैक्ट चेक को पढ़ें

English , हिंदी , తెలుగు

क्या आप फ़ैक्ट-चेक के लिए कोई दावा प्रस्तुत करना चाहेंगे या हमारी संपादकीय टीम से संपर्क करना चाहेंगे?

0
ग्लोबल फैक्ट चेक पूरा हुआ

हमारे जीवन पर असर डालने वाले फैसलों के लिए हम सूचना पर भरोसा करते हैं, लेकिन इंटरनेट के जरिए ग़लत सूचनाएं इतनी तेजी से लोगों तक पहुंचाई जा रही है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था.