मणिपुर में कुकी लड़की की पीट-पीट कर हत्या के दावे से म्यांमार का वीडियो वायरल

लेखक: रजिनी के जी
अगस्त 14 2023

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मणिपुर में कुकी लड़की की पीट-पीट कर हत्या के दावे से म्यांमार का वीडियो वायरल

फैक्ट चैक

निर्णय असत्य

यह वीडियो म्यांमार का है और दिसंबर 2022 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

क्लेम आईडी daef67d2

(ट्रिगर वार्निंग : हिंसा का ब्योरा)

 

संदर्भ

मणिपुर में मई 2023 से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच झड़प की घटनाएं हुई हैं. इस हिंसा में 100 के करीब लोग मारे गए हैं. मणिपुर हिंसा के बीच कई भ्रामक वीडियो और तस्वीरें ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं.

जून 2023 में एक ट्विटर यूजर ने ऐसा ही वीडियो शेयर किया और लिखा, “यह वीडियो लोकतांत्रिक देश भारत से है. कुकी ईसाई लड़की पर बर्बर हमला और हत्या का स्तब्ध करने वाला वीडियो, सरकार ने ईसाइयों को खत्म करने के लिए बहुसंख्यक समुदाय को खुली छूट दे दी है!” वीडियो में एक महिला पर तीन से चार लोगों द्वारा हमला किया जा रहा है, उनमें से कुछ ने सेना की छद्म वर्दी पहन रखी है.

कई लोगों ने ट्विटर और फेसबुक पर इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया. इस वायरल वीडियो की एक तस्वीर 19 जून को असमिया अखबार अमोर असम में इस शीर्षक के साथ प्रकाशित की गई थी, “मणिपुर जल रहा है! किशोरी की बीच सड़क पर गोली मारकर हत्या.”

बहरहाल, दावा गलत है.

 

सच्चाई

गूगल रिवर्स इमेज सर्च के जरिए हमने पाया कि वीडियो साल 2022 का है. हमें वही वीडियो यूट्यूब पर मिला, जो 8 दिसंबर 2022 को अमेरिका की गैर लाभकारी रेडियो सेवा RFA इंडेपेंडेंट वॉयस ऑफ एशिया ने अपलोड किया था. 0:28 सेकेंड पर हम वही वायरल वीडियो देख सकते हैं. यूट्यूब पर वीडियो का डिस्क्रिप्शन बर्मी भाषा में है, “मिलिट्री काउंसिल द्वारा 7 डैगन यूनिवर्सिटी छात्रों समेत 12 युवाओं को मौत की सजा सुनाए जाने के कुछ दिनों बाद तमु शहर में एक महिला का वीडियो, जिसे युवा बीच सड़क पर मार रहे हैं. सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर यह फैल चुका है.”

हमने इस घटना से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट खोजीं, तो म्यांमार की न्यूज वेबसाइट एनपी न्यूज पर 3 दिसंबर 2022 को छपी रिपोर्ट मिली. एनपी न्यूज ने वायरल वीडियो से कुछ तस्वीरें प्रकाशित कीं और रिपोर्ट में बताया कि सड़क पर बंदूक लहराते एक समूह ने 24 साल की महिला को हथकड़ियों से बांधा, पूछताछ की और उसे प्रताड़ित किया गया. वह म्यांमार के तमु शहर में शिक्षिका थीं.

म्यांमार की एक न्यूज वेबसाइट है म्यांमार नाउ, जिसने 6 दिसंबर 2022 को इस घटना पर रिपोर्ट की. म्यांमार नाउ के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय- नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (NUG) ने घटना की जांच की और एक अधिकारी ने बताया, “यह घटना जून महीने में तमु शहर में हुई और कुछ अपराधियों के संबंध एंटी जुंटा पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के तमु चैप्टर से जुड़ी चौथी बटालियन से थे.” महिला पर हमला करने वालों को ये जानकारी दी गई थी  कि कथित रूप से वह महिला मिलिट्री जुंटा ऑफ म्यांमार (म्यांमार सरकार) की मुखबिर है.  

नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) मई 2021 में बनाई गई बख्तरबंद सेना है. लेकिन, म्यांमार मिलिट्री (मिलिट्री जुंटा) ने पीडीएफ को आतंकी संगठन घोषित कर दिया. बर्मा न्यूज इंटरनेशनल (बीएनआई) न्यूज वेबसाइट ने भी अपनी रिपोर्ट में यही जानकारी दी. किसी भी रिपोर्ट में पीड़िता के धर्म का जिक्र नहीं था.

म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार ने 5 दिसंबर 2022 को फेसबुक पर वायरल वीडियो पर एक अपडेट पोस्ट किया था. इसमें कहा गया है कि NUG जांच कर रहा है, क्योंकि यह घटना अस्वीकार्य है और सैन्य नैतिकता के खिलाफ है.

असम के अखबार अमोर असम ने म्यांमार में बने वीडियो से तस्वीर प्रकाशित करने को लेकर माफी भी प्रकाशित की. अखबार के प्रधान संपादक मनोज गोस्वामी ने 19 जून 2023 को अपने फेसबुक पेज पर लिखा, “हम आज “अमर असम” में मणिपुर के बारे में खबर में एक तस्वीर के गलत प्रकाशन के लिए माफी मांगते हैं. हम अखबार में इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगेंगे. (अनुवादित)”

फैसला

पीट-पीट कर महिला की हत्या का वायरल वीडियो म्यांमार का है, मणिपुर का नहीं.  वीडियो 2022 से ही इंटरनेट पर शेयर हो रहा है. इसलिए, हमने इस दावे को गलत के तौर पर चिन्हित किया है.

 

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